उन्मेष गुजराथी
स्प्राउट्स न्यूज़ Analysis
मुंबई के रियल एस्टेट क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण विकास के तहत, मैक्रोटेक डिवेलपर्स (Macrotech Developers) ने हाउस ऑफ अभिनंदन Lodha (HoABL) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है। यह कंपनी अभिनंदन लोधा द्वारा स्थापित की गई है, जो कि उनके छोटे भाई हैं। विवाद का मुख्य मुद्दा ‘Lodha’ ट्रेडमार्क (Lodha Trademark)के कथित अनधिकृत उपयोग से जुड़ा है।
विवाद की पृष्ठभूमि
लोधा भाइयों ने 2015 में अलग होने का निर्णय लिया था और 2017 में एक फैमिली सेटलमेंट एग्रीमेंट के तहत इसे औपचारिक रूप दिया। इस समझौते में ‘लोधा’ ब्रांड के उपयोग को लेकर विशेष नियम बनाए गए थे। हालांकि, मैक्रोटेक डिवेलपर्स का आरोप है कि HoABL ने इस समझौते का उल्लंघन किया और अपने मार्केटिंग और ब्रांडिंग में ‘लोधा’ नाम का उपयोग जारी रखा।
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कानूनी लड़ाई और अदालत की भूमिका
मैक्रोटेक ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और HoABL को ‘Lodha’ ट्रेडमार्क के उपयोग से रोकने के लिए रोक लगाने की मांग की है। मैक्रोटेक का कहना है कि ‘लोधा’ ब्रांड चार दशकों की मेहनत और भारी निवेश से तैयार किया गया है। इसके अनधिकृत उपयोग से उनके बौद्धिक संपदा अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है और ग्राहकों के बीच भ्रम पैदा हो रहा है।
इस मामले की सुनवाई हाल ही में बॉम्बे हाई कोर्ट में हुई, जहां 5,000 करोड़ रुपये से अधिक के दावों के चलते इसे उच्च मूल्य वाणिज्यिक विवादों की श्रेणी में रखा गया। अदालत ने इस मामले पर अगली सुनवाई की तारीख तय कर दी है।
होमबायर्स और निवेशकों पर प्रभाव
इस पारिवारिक विवाद के कारण रियल एस्टेट क्षेत्र में कई असर देखने को मिल सकते हैं:
ब्रांड भ्रम: दोनों कंपनियों द्वारा ‘Lodha’ ब्रांड के उपयोग से खरीदारों और निवेशकों में भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है।
बाजार धारणा: इस तरह के विवाद से ब्रांड की स्थिरता और विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है।
कानूनी मिसाल: यह मामला फैमिली बिजनेस में ब्रांड अधिकारों और ट्रेडमार्क के उपयोग को लेकर कानूनी मिसाल बन सकता है।
मंगल प्रभात Lodha की भूमिका
Lodha परिवार के मुखिया और राजनेता मंगल प्रभात लोधा (Mangal Prabhat Lodha)ने अब तक इस विवाद में सार्वजनिक रूप से कोई भूमिका नहीं निभाई है। उनके रुख और इस विवाद के समाधान में उनकी संभावित भूमिका पर अभी भी अटकलें जारी हैं।
निष्कर्ष
Lodha भाइयों के बीच चल रही यह कानूनी लड़ाई परिवारिक व्यवसायों में जटिलताओं का उदाहरण है। होमबायर्स और निवेशकों को इस मामले की प्रगति पर नजर बनाए रखने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसका रियल एस्टेट बाजार और ब्रांड परिदृश्य पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
Unmesh Gujarathi
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