उन्मेष गुजराथी
Sprouts News Exclusive
उल्हासनगर से चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां Sprouts News की Special Investigation Team (SIT) ने करोड़ों रुपये के टैक्स घोटाले का खुलासा किया है। यह घोटाला उल्हासनगर के प्रसिद्ध Balkan Ji Bari Trust से जुड़ा है। इस घोटाले में Trust के फर्जी Trustees, Ulhasnagar Municipal Corporation (UMC) के Property Tax विभाग के अधिकारी, और एक GIS Mapping Company, Kolbro के शामिल होने की बात सामने आई है।
• टैक्स (Massive Tax) चोरी का बड़ा खुलासा
पहले से ही विवादों में घिरे Balkan Ji Bari Trust पर टैक्स चोरी, अवैध निर्माण और सरकारी पट्टे पर दी गई जमीन का निजी लाभ के लिए दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले को लेकर Municipal Commissioner, Sub-Divisional Officer (SDO), और Charity Commissioner को लिखित शिकायतें दी गई हैं, जिसमें दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
बताया जा रहा है कि Trust पिछले कई दशकों से Nagar Palika को गुमराह कर करोड़ों के टैक्स Massive Tax की चोरी कर रहा है। 10 एकड़ जमीन पर School, Cricket Turf जैसे व्यावसायिक उपक्रम चलाने के बावजूद Trust केवल ₹10,000 प्रति वर्ष के नाममात्र का Property Tax भर रहा है। इतना ही नहीं, व्यावसायिक दरों पर टैक्स लगाने की बजाय पिछले 40 वर्षों से इसे घरेलू दरों पर टैक्स चुकाने की छूट दी गई है, जिससे Municipal Corporation को भारी राजस्व हानि हुई है।
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• घोटाले का पैमाना
SIT की जांच के अनुसार, Trust के पास करीब 50,000 वर्ग गज (लगभग 41,821 वर्ग मीटर) खुली जमीन है। मौजूदा टैक्स दर ₹8 प्रति वर्ग गज के हिसाब से Trust को हर साल लगभग ₹80 लाख का टैक्स भरना चाहिए था। यह बड़ा अंतर साफ तौर पर संपत्ति के मूल्य को कम दिखाने और टैक्स चोरी करने की सोची-समझी साजिश को दर्शाता है।
Sprouts की इस जांच के बाद, Ulhasnagar Municipal Corporation के टैक्स विभाग ने पूरी जमीन का पुनर्मूल्यांकन शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने इस संपत्ति पर अब व्यावसायिक दरों से टैक्स लगाने पर विचार करना शुरू किया है, जिससे Corporation की आय में भारी वृद्धि हो सकती है।
• सामाजिक कार्यकर्ता ने उठाए सवाल
Sprouts की जांच का समर्थन करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता Anand Shinde ने बताया कि यह जमीन 1974 में Trust को 99 वर्षों के लिए मात्र ₹1 प्रति वर्ष के मामूली शुल्क पर पट्टे पर दी गई थी। लेकिन Trust ने इस जमीन के हिस्सों को व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए उपपट्टे पर दे दिया है, जैसे कि School, Sports Turf और De-addiction Center, जिससे भारी मुनाफा कमाया जा रहा है।
Shinde ने Trust पर अवैध निर्माण, Charity Commissioner के नियमों के अनुसार वित्तीय रिकॉर्ड नहीं रखने, और बिना आधिकारिक अनुमति के संपत्ति किराए पर देने के भी आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, “यह Trust अब एक सार्वजनिक Charitable Institution से अधिक एक निजी पारिवारिक संपत्ति बन चुका है।