स्प्राउट्स टीम करेगी जनहित याचिका दायर
अभिभावकों और छात्रों के लिए न्याय की लड़ाई—सच सामने आएगा!
उन्मेष गुजराथी
स्प्राउट्स एक्सक्लूसिव
स्प्राउट्स की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ठाणे शहर में 81 Illegal Schools रूप से संचालित हो रहे हैं। ये स्कूल खुद को प्रतिष्ठित केंद्रीय और अंतरराष्ट्रीय बोर्डों से मान्यता प्राप्त बताकर अभिभावकों को धोखा दे रहे हैं और सालाना ₹2 लाख तक की मोटी फीस वसूल रहे हैं। इससे न सिर्फ माता-पिता ठगे जा रहे हैं बल्कि छात्रों का भविष्य भी खतरे में पड़ रहा है।
इस बड़े शिक्षा घोटाले को रोकने के लिए स्प्राउट्स और उसकी टीम, उन्मेष गुजराथी के नेतृत्व में, मुंबई हाई कोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दायर करने जा रही है। इस साहसिक कदम का उद्देश्य इन फर्जी स्कूल प्रबंधन को जवाबदेह ठहराना और अभिभावकों व छात्रों के अधिकारों की रक्षा करना है।
स्प्राउट्स की मांग—तुरंत हो कार्रवाई!
अभिभावक, प्रवेश से पहले स्कूल की जांच करें
ठाणे नगर निगम के अनुसार, इन 81 Illegal Schools में 77 अंग्रेजी माध्यम, 2 हिंदी माध्यम और 2 मराठी माध्यम के स्कूल शामिल हैं। नगर निगम ने सार्वजनिक नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है और अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे प्रवेश लेने से पहले स्कूल की मान्यता की पुष्टि शिक्षा विभाग से करें।
स्प्राउट्स ने इनमें से कई फर्जी स्कूलों की पहचान की है, जिनमें शामिल हैं:
– आरंभ इंग्लिश स्कूल
– अगापे इंग्लिश स्कूल
– नालंदा हिंदी विद्यालय
– रेनबो इंग्लिश स्कूल
– सिम्बायोसिस हाई स्कूल
– जीवन इंग्लिश स्कूल
– एम.एस. इंग्लिश स्कूल
– कुबेरश्वर महादेव इंग्लिश स्कूल
– आर.एल.पी. हाई स्कूल
– आदर्श हाई स्कूल
– श्री दत्तात्रय कृपा इंग्लिश स्कूल
– एम.आर.पी. इंग्लिश स्कूल
– एस.एस. मेमोरियल इंग्लिश स्कूल
– ओम साई इंग्लिश स्कूल
– स्टार इंग्लिश हाई स्कूल
– श्री विद्या ज्योति इंग्लिश स्कूल
– कैम्ब्रिज इंग्लिश स्कूल
– पब्लिक इंग्लिश स्कूल
– पब्लिक मराठी स्कूल
– ट्विंकल स्टार इंग्लिश स्कूल
– होली एंजेल इंग्लिश स्कूल
– आर्य गुरुकुल इंग्लिश स्कूल
– सेंट साइमन हाई स्कूल
– शिवदीक्षा इंग्लिश स्कूल
– श्री राम कृष्ण इंग्लिश स्कूल
– केंट वैली इंटरनेशनल स्कूल
– ब्राइटन इंटरनेशनल इंग्लिश स्कूल
– अक्षर इंग्लिश स्कूल
– स्मार्ट एजुकेशन इंग्लिश स्कूल
– यंग मास्टर्स इंग्लिश स्कूल
– स्मार्ट इंटरनेशनल स्कूल
– एस.एम. ब्रिलियंट इंग्लिश स्कूल
– न्यू मॉर्डन स्कूल
– एस.डी.के. इंग्लिश स्कूल
– डॉन बॉस्को स्कूल
– मदर टच स्कूल
– लिटिल विंग्स स्कूल
– आर.एम. फाउंडेशन स्कूल
– जीनियस स्कूल
– ऑर्बिट इंग्लिश स्कूल
– जागृति विद्यालय सेमी-इंग्लिश स्कूल
– नंदछाया विद्यनिकेतन
– सेंट साइमन हाई स्कूल
– अलहदी मकतब एंड पब्लिक स्कूल (इंग्लिश माध्यम)
– होलो ट्रोनेटो हाई इंग्लिश स्कूल
– एस.जी. इंग्लिश स्कूल
– अलहिदाया पब्लिक स्कूल
– ड्रीम वर्ल्ड इंग्लिश स्कूल
– प्रभावती इंग्लिश स्कूल
– डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर स्कूल
– बुरहानी स्मार्ट चैंप स्कूल
– लिटिल एंजल्स प्राइमरी स्कूल
– आयशा इंग्लिश प्राइमरी स्कूल
– द कंपेनियन हाई स्कूल
– ईवा वर्ल्ड स्कूल
– गुरुकुल ब्राइट ब्लर स्कूल
– खैबर इंग्लिश स्कूल
– गौतम सिंघानिया स्कूल (घोड़बंदर)
– जोरेज इंग्लिश एंड इस्लामिक स्कूल
– अशरफी स्कूल
– अल-हमद इंग्लिश स्कूल
– ह्यूमैनिटी पब्लिक स्कूल
– आयशा इंग्लिश स्कूल
– एम.एम. पब्लिक स्कूल
– हसारा इंग्लिश एकेडमी
स्प्राउट्स की न्याय की लड़ाई जारी!
स्प्राउट्स अभिभावकों और छात्रों के साथ मजबूती से खड़ा है और Illegal Schools के खिलाफ इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सिर्फ शुरुआत है—स्प्राउट्स यह सुनिश्चित करेगा कि न्याय मिले!
15 दिनों में स्कूल किए जाएंगे बंद
अभिभावकों और छात्रों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए संरक्षक मंत्री को सूचित कर दिया गया है कि 81 Illegal Schools को 15 दिनों के भीतर बंद कर दिया जाएगा। हालांकि, स्प्राउट्स के सूत्रों का मानना है कि यह सिर्फ गुस्साए अभिभावकों को शांत करने का दिखावा है।
भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी उजागर
स्प्राउट्स की जांच में खुलासा हुआ है कि ये स्कूल वर्षों से शिक्षा अधिकारियों, सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से संचालित हो रहे थे। कई अधिकारियों पर रिश्वत लेकर आंखें मूंदने के आरोप लगे हैं।
स्प्राउट्स करेगा हाई कोर्ट में PIL दायर
स्प्राउट्स जल्द ही मुंबई हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर करेगा, जिसमें स्कूल मालिकों और ट्रस्टियों के खिलाफ गैर-जमानती अपराध दर्ज करने की मांग की जाएगी। यह न्याय की लड़ाई अब तेज हो चुकी है।
अभिभावकों के साथ धोखा, छात्रों का भविष्य दांव पर
हजारों छात्रों ने अनजाने में इन गैरकानूनी स्कूलों में पढ़ाई की, और अभिभावकों ने भारी भरकम फीस अदा की, लेकिन अब उन्हें न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ी जाएगी। स्प्राउट्स तब तक पीछे नहीं हटेगा जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती।
सरकार की लापरवाही पर सवाल
ठाणे नगर निगम ने अब जाकर नोटिस जारी किए हैं और अभिभावकों से स्कूलों की मान्यता जांचने को कहा है। लेकिन सवाल यह है कि इन स्कूलों को इतने वर्षों तक संचालित होने क्यों दिया गया? स्प्राउट्स जवाबदेही की मांग करता है।
स्प्राउट्स अभिभावकों और छात्रों के साथ खड़ा है
शिक्षा एक अधिकार है, न कि व्यापार। स्प्राउट्स भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई को जारी रखेगा ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे।